About
Antyoday
अंत्योदय — ‘अंत’ + ‘उदय’
यह केवल एक शब्द नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली दर्शन है।
यह पंडित दीनदयाल उपाध्याय की वह प्रेरणा है, जो मानती है:
अंतिम पंक्ति पर खड़े, साधनविहीन इंसान के उठने से ही राष्ट्र का सच्चा उदय होता है।
अंत्योदय, मोदीजी की सरकार की हर नीति की आत्मा में समाहित है —
चाहे वह आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, या प्रधानमंत्री आवास योजना हो।
यह पोर्टल, देश के अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति के साथ-साथ, समाज और राष्ट्र — तीनों के उत्थान की दिशा में समर्पित है।
जिस तरह एक छोटा-सा बीज सही समय और भूमि में रोपा जाए तो वह जल्द ही एक फलदार बगीचे में बदल जाता है,
उसी तरह अंत्योदय, छोटे-छोटे नीतिगत परिवर्तनों के माध्यम से देश के खजाने में करोड़ों रुपए जोड़ सकता है —
और हमारी अर्थव्यवस्था व GDP को अधिक सशक्त बना सकता है।
हमारे प्राथमिक लक्ष्य हैं:
— चुनाव प्रचार में होने वाले अत्यधिक खर्च को कम कर, वही पैसा देश के विकास में लगाना।
— ऑर्गेनिक खेती और कृषि सुधारों के ज़रिए, खेती को लाभदायक और सम्मानजनक व्यवसाय बनाना — एक नई एग्रोनॉमिक्स के निर्माण के साथ।
— कॉर्पोरेट विज्ञापन में खर्च हो रही राशि को राष्ट्र निर्माण जैसे कार्यों में लगाना।
— शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार लाकर, हर भारतीय के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराना।
हमारा सपना है — भारत के संसाधनों का उपयोग, भारत और भारतवासियों के वास्तविक उत्थान में हो।
हम कार्य करेंगे —
चुनाव आयोग, कृषि मंत्रालय, और कॉर्पोरेट सेक्टर के साथ मिलकर,
ताकि इन क्षेत्रों के संसाधनों का बेहतर उपयोग राष्ट्र विकास, शिक्षा, और स्वास्थ्य में हो सके।
नीतिगत सुधारों का साहसी क्रियान्वयन, हर भारतीय को सशक्त करेगा —
और भारत को विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर करेगा।
अंत्योदय से राष्ट्रोदय,
राष्ट्रोदय से सर्वोदय — यही हमारा संकल्प है।
— पुनीत शाह